चांदन (BIHAR)। भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ बिहार प्रदेश के बांका जिलान्तर्गत चांदन प्रखण्ड के नावाडीह गांव में नवनिर्मित माँ पार्वती एवं भगवान चित्रगुप्त मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का तीन दिवसीय आयोजन।
आयोजन के पहले दिन रविवार को निकाली गयी कलश यात्रा में गांव की 151 महिलाएं व कुंवारी कन्याएं अपने माथे पर कलश लिये नंगे पांव मन्दिर परिसर से निकल कर ढोल गाजे बाजे के साथ उत्तरवाहिनी चांदन नदी के रामपुर स्थित छठ घाट पहुँची। जहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पंडितों व पुरोहितों द्वारा आचार्य देवदत्त पांडेय के सानिध्य में सभी कलश में जल भरवाया गया। कार्यक्रम में मुख्य यजमान के रूप में राकेश कुमार सिंहा सपत्नी शामिल थे।
इस दौरान जय शिव, हर हर महादेव, जय माँ पार्वती के जय घोष से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया। कलश में जल भर पुनः सभी वापस शिव मंदिर प्रांगण पहुंचे। जहां नवनिर्मित माँ पार्वती मन्दिर में माँ पार्वती की मूर्ति का एवं भगवान चित्रगुप्त मन्दिर में भगवान श्री चित्रगुप्त के मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अनुष्ठान शुरू किया गया। जिसमें पञ्चाङ्ग पूजन एवं अधिवास उपरांत संध्या पहर आरती की गई।
आयोजकों ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन सोमवार 26 फरवरी को मण्डप पूजन, सर्वदेव प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। जिसमे पार्वती मन्दिर में माता पार्वती की मूर्ति और चित्रगुप्त में भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित कर उनका प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा। जबकि संध्या पहर महाआरती उपरांत महाप्रसाद वितरण किया जाएगा एवं रात्रि में भजन कीर्तन का आयोजन होगा।
जबकि कार्यक्रम के अंतिम दिन मंगलवार 27 फरवरी को मण्डप पूजन से अनुष्ठान शुरू होगा। उसके बाद हवन एवं पुर्णाहुति की जायेगी। फिर कलश विसर्जन के बाद महाप्रसाद का वितरण के साथ ही तीन दिवसीय आयोजन का समापन होगा। बताया गया कि इस दौरान प्रतिदिन प्रवचन एवं कथा का भी आयोजन किया जाएगा।
आज के कलश यात्रा कार्यक्रम में पार्वती मन्दिर समिति के अध्यक्ष राकेश सिन्हा,सचिव परितोष सिन्हा, कोषाध्यक्ष चन्दन सिन्हा के अलावे अमित कुमार, नवीन सिन्हा, रजत सिन्हा, दीपक मन्जर्वे, अमित गौरव, अभिषेक सिन्हा, आदित्यनाथ पाण्डेय, अनुराग पाण्डेय, अमरेन्द्र पाण्डेय, राजीव रंजन, अनीश सिन्हा, रौनक सिन्हा, अमन, ऋषि, अनिल यादव, बैजनाथ यादव, लक्ष्मण कापरी समेत सैंकड़ों की संख्या में महिला पुरुष व बच्चे शामिल थे।