गिरिडीह। जैन धर्मावलम्बियों का विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल सम्मेद शिखर मधुबन के समाजसेवी दीपक मेपानी उर्फ काका का बुधवार सुबह हृदयगति रुक जाने से आकस्मिक निधन हो गया। 49 वर्षीय समाजसेवी दीपक नेमानी के निधन की ख़बर मिलते ही न केवल मधुबन में अपितु पूरे जिले में शोक की लहर फैल गयी है।
दीपक मेपानी उर्फ काका मधुबन में जैन श्वेतांबर मूर्ति पूजक तपागच्छ संघ तलहटी तीर्थ क्षेत्र जैन मंदिर और भवन के सचिव पद पर कार्यरत थे। उन्होंने अपने पीछे पत्नी और एक बेटी के साथ भरापूरा परिवार छोड़ गए है।
गुजरात से जैन तीर्थस्थल मधुबन में आकर बसे दीपक मेपानी समाज में अहम भागीदारी निभाने वाले, जरूरतमंदों की सेवा करनेवाले, कोरोनाकाल में गांव-गांव तक स्वंय जा जाकर राशन पहुंचाने वाले, लॉकडाउन में पैदल आने वाले मजदूरों को अपनी संस्था के माध्यम से भोजन की व्यवस्था करानेवाले दीपक मेपानी उर्फ काका न केवल मधुबन में बल्कि पूरे इलाके में काफी लोकप्रिय व्यक्ति थे। उन्होंने कई गरीबों की मदद की। कइयों असाध्य रोगियों का इलाज भी करवाया। बुधवार को इनके निधन की सूचना मिलने के बाद पूरे मधुबन में शोक की लहर दौड़ गई।
काका के निधन पर गुणायतन ट्रस्ट के महामंत्री अशोक जैन, एमपी अजमेरा, सुभाष जैन के अलावे जिले के विभिन्न राजनीतिक दलों भाजपा, कांग्रेस के नेताओं के साथ साथ सामाजिक संस्था राष्ट्रीय कायस्थवृन्द के पदाधिकारियों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया है और ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं परिवार को इस आकस्मिक दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। शोक व्यक्त करने वालों में राष्ट्रीय कायस्थवृन्द के त्रिपुरारी प्रसाद बक्सी, एमके वर्मा, संजीव सिन्हा सज्ज्न, राजेश कुमार,
भाजपा नेता चुन्नूकांत, संदीप डंगाईच, मुकेश जालान, कांग्रेस नेता सतीश केडिया, समाज सेवी ध्रुव संथालिया, शारदा कन्या मध्य विद्यालय पचम्बा के प्रधानाध्यापक अशोक मिश्रा ने शोक संवेदना व्यक्त किया है।