बोकारो : प्रतिष्ठित सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था मिथिला सांस्कृतिक परिषद, बोकारो की इकाई मिथिला महिला समिति द्वारा परिषद के सहयोग से शुक्रवार की शाम जानकी नवमी धूम-धाम से मनायी गयी। इस अवसर पर समिति की सदस्याओं ने भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन जीत लिया। परिषद द्वारा संचालित मिथिला एकेडमी पब्लिक स्कूल, सेक्टर 4 के सभागार में आयोजित इस समारोह का उद्घाटन समाजसेविका नीना नारायण, कुमुद कुमारी, किरण मिश्रा, पुष्पा कर्ण, मिथिला महिला समिति की अध्यक्ष सीमा झा व सांस्कृतिक सचिव बीनू चौधरी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। स्वागत भाषण करते हुए समिति की अध्यक्ष सीमा झा ने आदर्श नारी के रूप में सीता जी के व्यक्तित्व को सभी के लिए अनुकरणीय बताया। मिथिला सांस्कृतिक परिषद के महासचिव नीरज चौधरी ने जानकी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सीता जी की पति परायणता, त्याग, सेवा, संयम, सहिष्णुता, लज्जा, विनयशीलता भारतीय संस्कृति में नारी भावना का चरमोत्कृष्ट उदाहरण तथा समस्त नारी जाति के लिए अनुकरणीय है।
मुख्य अतिथि नीना नारायण माता सीता को नारी जाति का गौरव बताया और जानकी नवमी पर कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए मिथिला महिला समिति की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से आने वाली नयी पीढ़ी अपनी संस्कृति की खूबियों से अवगत होती है। उन्होंने सभी को अपनी पौराणिक संस्कार और संस्कृति से जुड़े रहने का संदेश दिया। विशिष्ट अतिथि कुमुद कुमारी ने अपने संबोधन में भगवान श्रीराम के जीवन में माता सीता की भूमिका को प्रशंसनीय बताया और महिलाओं से माता सीता के आदर्शों को जीवनशैली का हिस्सा बनाने की अपील की।
इस अवसर पर आयोजित भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत महाकवि विद्यापति रचित भगवती वंदना जय-जय भैरवि असुर भयाउनि… के समवेत गायन से हुई। बीनू चौधरी, मधुबाला झा, वंदना झा, प्रेरणा, रुचि, बिनीता, जूली, बबीता झा, कुमकुम झा ने मिथिला में सिया धिया आजु जन्म लेली… गीत पर मनोहारी नृत्य की प्रस्तुति की। सीता की जीवनी पर नृत्य नाटिक की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। किरण मिश्रा, अमिता झा व समूह ने बहुत सुंदर लोक गीत, भारती झा ने एकल गीत, आशा झा, किरण मिश्रा, पूनम झा, नमिता झा व आशा पाठक ने भगवती गीत और धन्य धन्य मिथिला के माटी गीत से सीता मैया की आराधना की। बाल सीता की भूमिका में मुग्धा ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत कर सबकी वाहवाही ली। मिथिला सांस्कृतिक परिषद के सांस्कृतिक कार्यक्रम निदेशक अरुण पाठक ने राम लखन सन पाहुन जिनकर सीता सनक जकर बेटी, जनक धाम मिथिला आंगन में चमकै छै मिथिला मोती…. की सुमधुर प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। नीलम झा, कंचन झा, नमिता झा ने माता सीता के जीवन पर केंद्रित काव्य पाठ प्रस्तुत किया। मंच संचालन कमला झा और कंचन झा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सांस्कृतिक सचिव बीनू चौधरी ने कहा कि रामनवमी की तरह पूरे देश में जानकी नवमी पर भी कार्यक्रमों का आयोजन हो। सीता जी का चरित्र सभी नारी जाति के लिए प्रेरणाप्रद है।
इस अवसर पर मिथिला सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार, उपाध्यक्ष समरेन्द्र झा, अविनाश कुमार झा, महासचिव नीरज चौधरी, वित्त सचिव मिहिर मोहन ठाकुर, मिथिला एकेडमी पब्लिक स्कूल के सचिव प्रमोद कुमार झा चंदन, स्कूल के पूर्व अध्यक्ष प्रभात कुमार झा सहित अनिल कुमार कर्ण, राजेन्द्र कुमार, बहुरन झा, सुनील मोहन ठाकुर, प्रदीप कुमार झा, गणेश झा मुन्ना जी, प्रदीप झा, अनिल कुमार झा, एल के झा, मिथिला महिला समिति की शीला मिश्रा, सविता मिश्रा, बीणा झा, जयंती पाठक, अलका झा, प्रीति प्रिया, पिंकी झा, किरण झा, नंदा, रीता, चंदा आदि उपस्थित रहे।