GARHWA (गढ़वा)। जिले के भवनाथपुर प्रखंड की मकरी पंचायत में स्वास्थ्य सहिया उषा देवी एवं टीबी मरीज समन्वयक संजय रजक की मिलीभगत से 46 फर्जी टीबी मरीज बना 1.38 लाख रुपये की निकासी करने का मामला प्रकाश में आया है. भुक्तभोगी परिवार ने स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी को आवेदन देकर उक्त दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
आवेदन में मकरी पंचायत की संगीता देवी, रीमा देवी, प्रभा देवी, सुनील सिंह, सुरेंद्र सिंह, लालमुनि देवी, महेंद्र सिंह, सुधा देवी, कमला देवी व पूनम देवी सहित 46 महिला-पुरुषों के हस्ताक्षर हैं. आवेदन में कहा गया है कि स्वास्थ्य सहिया उषा देवी, उनके पति लालू सिंह व एसटीएस संजय रजक ने “कोरोना काल की मनरेगा योजना का पैसा आया है” कहकर उनसे तीन-तीन हजार रुपये की निकासी करायी. पैसे निकालने के बाद उक्त सभी लोगों से आधार संख्या के साथ अंगूठा लगवा कर तीन-तीन हजार रुपये वापस लेकर उन्हें 200-200 रुपए दे दिये.
मामला कोराना काल का :
कोरोना काल 2020-2021 में सहिया व टीबी मरीज समन्वयक संजय रजक ने मकरी पंचायत से 46 फर्जी टीबी मरीज बनाये. बता दें कि टीबी मरीज को सरकार प्रति माह 500 रुपए छह महीने तक पौष्टिक भोजन करने के लिए देती है. यानी एक मरीज को कुल तीन हजार रुपए मिलते हैं. इस तरह उक्त सभी 46 मरीजों के 1.38 लाख रुपए की निकासी कर 9,200 रुपए लाभुकों को देकर बाकी पैसे आपस में बांट लिये. इस संबंध में पूछे जाने पर सहिया उषा देवी व समन्वयक संजय रजक ने इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है.
मामला गंभीर,जांच की जायेगी : चिकित्सा प्रभारी
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रंजन कुमार दास ने कहा कि आवेदन प्राप्त हुआ है. मामला गंभीर है. कोरोना काल का यह मामला है. उन्होंने कहा कि यद्यपि सीधे जिला से इसे देखा जाता है. फिर भी जांच कमेटी बनाकर इसकी जांच करायी जायेगी तथा दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.