जेबीकेएसएस के गेट जाम आंदोलन में हिंसक झड़प

लाठीचार्ज और रोड़ेबाजी में सुरक्षाकर्मी व ग्रामीण घायल, स्थिति तनावपूर्ण
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BOKARO (बोकारो)। जेबीकेएसएस एवं युवा संग्राम समिति द्वारा सोमवार को 13 सूत्री मांगों को लेकर इलेक्ट्रो स्टील वेदांता के भागाबांध, मोदीडीह एवं 47 खाता गेट को जाम कर दिया। जाम सुबह छह बजे ही शुरू हो गई थी। आसपास के लोग जुटने लगे थे, जिनमें भारी संख्या में महिला पुरूष बच्चें शामिल थे गेट जाम को लेकर पुलिस प्रशासन एवं कंपनी के निजी सुरक्षा गार्ड तैनात थी। लगभग साढ़े बारह बजे भागाबांध आरएम एचएस गेट में आंदोलनकारी एवं सुरक्षाकर्मी जाम को लेकर आमने सामने हो गए। इसी बीच पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में कंपनी के निजी सुरक्षा गार्ड नें अचानक कुंबाटांड़ गांव निवासी फटीक महतो की पत्नी निर्दोष महिला लक्ष्मी देवी के उपर लाठी चार्ज कर दिया, जिससे आंदोलनकारी भड़क उठे और सुरक्षाकर्मियों पर आक्रोश फूट पड़ा। दोनों तरफ से लाठी डंडा एवं रोड़ेवाजी जमकर हुई, जिससे भगदड़ मच गई।

 

इस दौरान कंपनी के सुरक्षाकर्मी जान बचाकर प्लांट की और भागे। लाठीचार्ज में कुंबाटांड़ गांव निवासी लक्ष्मी देवी, मूंधनिया गांव निवासी दिलीप महतो एवं अर्जुन महतो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.दोनों और से हुई रोड़ेवाजी एवं लाठी चार्ज में एक महिला पुलिसकर्मी भी घायल हुई हैं तथा दर्जनों लोगों को मामूली चोटें आई हैं। इस दरम्यान कंपनी के सुरक्षाकर्मियों की गाड़ी के साथ साथ चंदनकियारी सीओ की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई है। दोनों और से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

 

जेबीकेएसएस समर्थक व ग्रामीणों का कहना है कि हमलोग शांतिपूर्ण तरीके से जाम प्रदर्शन कर रहे थे, इसी बीच पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में कंपनी के पुरूष सुरक्षाकर्मी ने लक्ष्मी देवी के उपर लाठी से प्रहार कर दिया। तब लोगों का आक्रोश फूटा पड़ा। इधर, प्रबंधन ने ग्रामीणों द्वारा रोड़ेबाजी की निंदा करते हुए बातचीत से समस्याओं का समाधान करने की बात कही है।

ईएसएल, वेदांता का पक्ष :

“हम रिकॉर्ड के लिए कहना चाहते हैं कि ई एस एल स्टील लिमिटेड, जो वेदांता ग्रुप की कंपनी है, क़ानून का पालन करने वाली और नैतिक रूप से अनुपालक संगठन है। ई एस एल स्टील हमेशा से अपनी उपस्थिति वाले क्षेत्रों में समाज और समुदाय के लाभ और कल्याण के लिए निरंतर काम करती रही है और करती रहेगी।

रिकॉर्ड के लिए बताना ज़रूरी है कि 13 जून, 2023 को ईएसएल, जे बी के एस एस और थाना प्रभारी, सियालजोरी/ बंगदिया के बीच त्रिपक्षीय चर्चा के सभी 13 बिन्दुओं में से 90% का सौहार्दपूर्ण समाधान हो गया है।

यह ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है कि इस्पात कारखाने के निर्माण के लिए जिन लोगों ने अपनी-अपनी जमीन दी थी, उनमें से हर एक को पर्याप्त और न्यायोचित रूप से क्षतिपूर्ति कर दी गई है। कंपनी ने यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त समय लगाया कि कारखाने की स्थापना के लिए अपनी जमीन दान करने वाला एक अकेला व्यक्ति भी छूट नहीं जाए। यदि कोई मामला बचा रह गया होगा, तो समझौते के अनुसार उसका निपटारा कर दिया जाएगा।

एक संगठन के रूप में, ई एस एल अपने परिचालन क्षेत्र के आस-पास के सभी समुदायों की भलाई के प्रति वचनबद्ध हैं और हमारा मानना है कि बातचीत के द्वारा सभी समस्याओं का सौहार्दपूर्ण समाधान किया जा सकता है।”

हालाँकि ईएसएल, वेदांता कहती रही है कि समस्याओं को बातचीत के जरिए हल किया जाए, लेकिन स्थानीय लोगों ने क़ानून को अपने हाथों में ले लिया है। वे राज्य सरकार की पुलिस और हमारी सुरक्षा कर्मचारियों पर पत्थरबाजी कर रहे हैं और उन पर डंडों तथा पत्थरों से हमला कर रहे हैं।

इस प्रक्रिया में अनेक पुलिसकर्मी और हमारी सुरक्षा कर्मचारी घायल हो चुके हैं। स्थानीय लोगों ने कारखाने के फाटक के बाहर निजी वाहनों और पुलिस वाहनों को भी क्षति पहुँचाई है। हम इस प्रकार के हिंसक कार्यों की कठोर निंदा करते हैं और रचनात्मक संवाद के लिए हमारा दरवाजा खुला है।

लगभग 4:10 बजे, ग्रामीणों ने ब्रिज गेट पर एक पुलिस वाहन (चास मुफस्सिल) पर हमला किया, जिससे उसका शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। गश्त के दौरान एक पुलिस सदस्य के सिर और उंगली में चोट लग गई।

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