इलाज के दौरान उडीसा में हुई झारखण्ड के प्रवासी मजदूर की मौत, टावर से गिर कर हुआ था घायल

 

मृतक मज़दूर का फाइल फ़ोटो

HAZARIBAGH (हजारीबाग)।  बीते 15 सितंबर को उड़ीसा के झासूगोडा में काम के दौरान टाॅवर से गिर कर एक प्रवासी मजदूर कैलाश टूडू गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना के बाद उसे स्थानीय एक अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान गुरूवार रात दो बजे उसकी मौत हो गयी।

मृतक प्रवासी मजदूर कैलाश टूडू हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ थाना क्षेत्र के मडमो के बेलियाटांड के टोला खेसर निवासी रूपलाल टूडू का पुत्र था। वह उडीसा के झासूगोडा में जिंदल कंपनी में टावर निर्माण कार्य में बतौर मजदूर कार्यरत था। बीते 15 सितम्बर को वह टावर पर चढ़ कर काम कर रहा तभी अचानक फिसल कर नीचे गिर गया, और गम्भीर रूप से घायल हो गया। आनन फानन में कम्पनी के अन्य सहयोगी और कर्मी उसे अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज चल रहा था। इलाज के क्रम में गुरुवार रात उसकी मौत हो गयी।

 

टावर जिससे गिर कर घायल हुआ था कैलाश

उसके मौत की खबर घर वालों को मिलते ही सभी परिजन स्तब्ध रह गये। उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। रो-रोकर परिजनों का बुरा हाल हैं। परिवार के पालन-पोषण का संकट खड़ा हो गया हैं। कैलाश टूडु अपने पीछे पत्नी सरिता देवी, छह वर्षीय पुत्र अजीत टुडू और तीन साल की बेटी मुस्कान को छोड़ गया हैं।

प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली ने कहा कि झारखंड के नौजवान नौकरी करने दूर प्रदेश जा रहे हैं और वहीं मौत के मुंह में समा रहे हैं। कहा कि सरकार को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की जरूरत है। तभी पलायन की समस्या पर अंकुश लग सकेगा। अन्यथा झारखंड प्रदेश के हजारीबाग, बोकारो और गिरिडीह जिले के प्रवासी मजदूरों की इसी तरह मौत होती रहेगी। उन्होंने कहा कि मृतक मजदूर के आश्रित को जिंदल कंपनी से उचित मुआवजा मिले। इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है।

Advertisement
Advertisement
Advertisement