GIRIDIH (गिरिडीह)। सरिया प्रखंड के अमनारी, काला पत्थर, पिपराडीह के 70 बिरहोर परिवारों के बीच स्वंय सेवी संस्था बनवासी विकास आश्रम एवं जीव दया फाउंडेशन द्वारा 25 -25 किलो चावल का वितरण किया गया। यह अनाज सरकार द्वारा दी जा रही आनाज के अतिरिक्त है।
बताया गया कि बनवासी विकास आश्रम के वालंटियर गाँव में सर्वे कर यह पाया गया कि खाद्य सुरक्षा हेतु सरकार द्वारा वितरण किये जाने वाला पेंतीस किलो अनाज कई परिवारों के लिए पर्याप्त नहीं है। धात्री और कुपोषित परिवारों के लिए अतरिक्त खाद्य सामग्री की अवश्यकता है। बनवासी विकास आश्रम ने इस बाबत जीव दया फाउंडेशन से अनुरोध किया और चिन्हित 111 परिवारों को वर्ष में दो बार 50 किलो चावल देना फाउंडेशन ने स्वीकार किया। जिसके तहत 70 परिवारों को 25-25 किलो चावल मुहैया कराया गया।
वहीं संस्था की ओर से बिरहोर परिवारों के छः माह से पांच साल तक के बच्चों को रविवार को छोड़ कर प्रतिदिन दूध बिस्किट का वितरण किया जाता है ताकि बच्चों के पोषण हेतु पूरक आहार मिले और बच्चे स्वस्थ हों। बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश कुमार शक्ति ने बताया कि यह योजना फरवरी 2024 से शुरु हुआ है जो जनवरी 2025 में समाप्त हो जाएगा। इस दौरान बच्चों को दो जोड़ी कपड़ा, जूता भी मुहैया कराया जायेगा। कहा कि यह सेवा का काम विलुप्त प्राय आदिम जनजाति समाज के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाएगा।
राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के जिला समन्वयक उत्तम कुमार, समुदाय स्तरीय कार्यकर्ता ओमप्रकाश महतो, महेंद्र कुमार आँगन बाड़ी सेविका पूनम देवी, जयंती कुमारी, गहनी देवी आदि मौजूद थे।