◆जानें खरीदारी करने का समय और पूजन मुहूर्त
APRAHAN VARTA NEWS DESK
हर साल दिवाली के दो दिन पहले बेहद उत्साह और खुशी के साथ धनतेरस मनाया जाता है। मान्यता है कि आज के दिन ही भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था। इस शुभ दिन लोग भगवान कुबेर, भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं, और अपने घर के बाहर दीप और मोमबत्ती जलाते है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस का त्योहार कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस बार 10 नवंबर यानी आज धनतेरस मनाई जा रही है।
धनतेरस शुभ मुहूर्त
उदयातिथि के अनुसार, धनतेरस इस बार 10 नवंबर यानी आज दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से शुरू होकर और अगले दिन यानी 11 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट तक रहेगी।
पूजन मुहूर्त
धनतेरस के दिन भगवान कुबेर, भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। आज लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 48 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 47 मिनट तक है।
वहीं प्रदोष काल 5 बजकर 30 मिनट से शुरू होकर 8 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। धनतेरस पूजन की अवधि 01 घंटा 56 मिनट रहेगी।
धनतेरस पर क्या खरीदें
धनतेरस के दिन सोना, चांदी के आभूषण खरीदना और नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिन झाड़ू और धनिया खरीदना भी शुभ होता है।
धनतेरस की पूजा विधि
धनतेरस के दिन शाम में कुबेर और धनवंतरी की स्थापना उत्तर की ओर करनी चाहिए। दोनों के सामने दीपक जरुर जलाये। धनवंतरी को पीली मिठाई और भगवान कुबेर को सफेद मिठाई का भोग जरुर लगाए। पूजा के दौरान “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” का जाप करें। इसके बाद “धनवंतरीस्त्रोत ” का पाठ जरुर करें। दीपावली के दिन कुबेर को धन स्थान पर और धनवंतरी को पूजा स्थान पर स्थापित करें।
धनतेरस की रात्रि में करें यम देव को दीपदान
धनतेरस के दिन रात्रि पहर में यम देव के निमित्त यमदिया जलाया जाता है अर्थात दीपदान किया जाता है। माना जाता है कि यम देव को दीपदान करने से घर परिवार के किसी की भी अकाल मृत्यु नहीं होती है। इस दिन यम देव को आटे से बनी दीपक में रुई अथवा कम्बल की बनी बत्ती को सरसों के तेल में घर के दक्षिण दिशा में जलाने से घर परिवार के लोगों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।