गिरिडीह। डुमरी थाना क्षेत्र के जामतारा पंचायत स्थित संचालित पीपीसी स्कूल के पीछे बोरवा रोकवा झाड़ी में शुक्रवार की सुबह मिली अज्ञात लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा लिया है।
एसपी दीपक शर्मा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि मृतक की पहचान मंजय शर्मा के रूप में हुई। जो मूलतः बिहार के गया का रहने वाले हैं और पिछले दो दशक से मधुबन थाना क्षेत्र के बिरेनगड्डा में रहता था। उन्होंने बताया कि उसकी हत्या कर उसके शव को वहां फेंका गया था। उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी एक दम्पत्ति खेमलाल महतो और इसकी पत्नी अंजु देवी है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार दम्पत्ति ने बताया कि मृतक अकेले में अंजु देवी के साथ छेड़छाड़ कर परेशान करता था। इसी से तंग आकर पति पत्नी ने हत्या की प्लानिंग की। उसे घर बुलाकर कुल्हाड़ी, रोड से मार कर दोनों ने उसकी हत्या कर दी। उसके बाद उसके शव को प्लास्टिक के बैग में भर कर एक चार पहिया वाहन से डुमरी के जामताड़ा ले जा कर झाड़ियों में फेंक दिया था।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार दम्पत्ति के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, रोड और चार पहिया वाहन समेत अन्य सामग्रियां को भी जब्त कर लिया गया है। एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि डुमरी एसडीपीओ सुमित कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम तकनीकी सेल, फोरेंसिक टीम और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की मदद से आरोपियों तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार किया और उनके विरुद्ध साक्ष्य इकट्ठा किया गया। टीम में एसडीपीओ सुमित कुमार के साथ पुलिस इंस्पेक्टर मनोज कुमार, डुमरी थाना प्रभारी प्रिनन पुलिस बल के साथ शामिल थे।