GIRIDIH (गिरिडीह)। जिले के जमुआ पुलिस ने बीते रात मवेशी लदे दो पिकअप वैन को जब्त किया है। दोनों ही वैन में तस्करी के लिये ले जाये जा रहे 13 मवेशियों को पुलिस ने तस्करों के चंगुल से मुक्त करा उन्हें गोशाला भेजने की तैयारी में जुटी है।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई :
बताया गया कि एसपी दीपक शर्मा को गुप्त सूचना मिली कि देवरी और जमुआ के रास्ते मवेशी तस्कर मवेशियों को वाहनों में लाद कर तस्करी करने ले जा रहे है। उक्त सूचना के आलोक में एसपी श्री शर्मा ने डीएसपी नीलम कुजूर के नेतृत्व में एक टीम गठित की।
अंधेरे का फायदा उठा भाग गये वाहन चालक :
टीम ने पूरी सक्रियता के साथ छापेमारी करने में जुट गयी। इसी दौरान शनिवार रात्रि में खड़गड़ीहा के महतोटांड़ के समीप अल्कासिया जंगल में टीम ने मवेशी लदे 2 पिकअप को धर दबोचा। जांच करने पर उन दोनों वाहनों में 14 मवेशी लदे मिले। पुलिस टीम ने दोनों पिकअप वैन को अपने कब्जे में लिया। हालांकि अंधेरे का फायदा उठाकर दोनों ही वाहनों ले ड्राइवर मौके से भाग निकले।
चलती गाड़ी से रास्ते मे कूद गया एक मवेशी :
जमुआ पुलिस की टीम ने दोनों वाहनों को अपने कब्जे में लेकर उसे थाने लाने लगी। इसी क्रम में एक मवेशी चलती गाड़ी से रास्ते मे कहीं कूद गया। जब पुलिस दोनों वाहनों को लेकर थाना पहुंची तो उन्हें वाहन में एक मवेशी कम मिला। बहरहाल जमुआ पुलिस सभी मवेशियों को चिकित्सा करा उन्हें गोशाला भेजने की तैयारी में जुटी है।
रात के अंधेरे में अक्सर होती है पशु तस्करी:
गौरतलब है कि जिले के देवरी, जमुआ, बेंगाबाद और गांडेय अहिल्यापुर के रास्ते आये दिन मवेशी तस्करों द्वारा मवेशियों की तस्करी की जाती है। तस्करों के ये सभी रास्ता काफी सुरक्षित जॉन बनता जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि तस्कर मवेशियों को बिहार से गिरिडीह जिले के रास्ते बंगाल होते हुए बंगलादेश पहुंचाया करते हैं। हालांकि जिले की पुलिस की मुस्तैदी से अब तक कई मवेशी तस्कर गिरफ्तार किये गये हैं। बाबजूद इसके मवेशी तस्करी का यह कारोबार अब भी काफी फलफूल रहा है।
108 मवेशी तस्कर हो चुके हैं गिरफ्तार :
जिले की पुलिस ने अब तक जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से तस्करी करने मवेशियों को ले जा रहे 108 मवेशी तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस क्रम में पुलिस ने 82 विभिन्न प्रकार के वाहन जिसमे ट्रक, कंटेनर और पिकअप वैन शामिल है उसे जब्त किया है। वहीं पुलिस ने अब तक 1100 से अधिक मवेशियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराने में सफलता पायी है।