◆CM आवास में विधायकों की बैठक में नज़र आई कल्पना सोरेन
RANCHI (रांची)। झारखण्ड में राजनीतिक हलचल काफी तेज हो गयी। इसी बीच गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया एक्स पर एक बड़ा बयान दिया जिसमें उन्होंने यह कहा है कि झारखण्ड की मुख्यमंत्री कल्पना सोरेन हो सकती है। उनके इस बयान के बाद सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सत्ता पक्ष के मंत्री और विधायकों की बैठक सीएम आवास में हुई। इस बैठक में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रही। बता दें कि कल्पना सोरेन विधायकों की बैठक में पहली बार शामिल हुईं हैं।
कौन है कल्पना सोरेन :
कल्पना सोरेन ओडिशा की रहने वाली हैं, लेकिन 1976 में उनका जन्म रांची में हुआ है। कल्पना के परिवार वाले ओडिशा में ही रहते हैं। उन्होंने रांची से अपनी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी की है। 7 फरवरी 2006 को हेमंत सोरेन और कल्पना की अरेंज मैरिज हुई थी। उनके दो बच्चे हैं, जिनका नाम अंश और निखिल है।
कल्पना सोरेन एक प्ले स्कूल चलाती है। 48 साल की कल्पना आदिवासी समाज के हक के लिए मजबूती से अपनी आवाज उठाती रही हैं, लेकिन वह राजनीति में एक्टिव नहीं हैं। सार्वजनिक मंचों पर कल्पना कम ही नजर आती हैं। अब तक उन्होंने राजनीति में भी खास दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ऐसे में विरोधियों का कहना है कि उनके लिए राज्य संभालना मुश्किल होगा।
काफी पहले बन चुकी है ताजपोशी की रणनीति
हालांकि उनकी ताजपोशी की तैयारी काफी पहले से ही शुरू हो चुकी है। इसी उद्देश्य के तहत गिरिडीह जिले के गांडेय सीट को खाली भी कराया गया है। यहां से विधायक रहे डॉ सरफराज अहमद ने भले ही व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुये अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। लेकिन यह इस्तीफा कल्पना सोरेन की ताजपोशी के लिये ही किया गया प्रतीत होता है। क्योंकि गांडेय विधानसभा सीट के लिये मुस्लिम और आदिवासी वोटर निर्णायक की भूमिका का निर्वहन करते है। इसे ही सुरक्षित सीट मानकर उनकी ताजपोशी की रणनीति तैयार हुई है। ताकि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कल्पना सोरेन इस सीट से आसानी से चुनाव जीत सके।