GIRIDIH (गिरिडीह)। जिले के देवरी प्रखंड के बाघरायडीह गांव के ग्रामीण लाल मोहम्मद की मृत्यु लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व बिजली के पोल से गिर जाने से हो गई थी। जिसके बाद उसके परिवार की आर्थिक स्थिति भी काफी दयनीय थी घर पर कोई कमाने वाला नही था बच्चे अपने पढ़ाई को बंद करके घर पर थे कोई सरकारी सहायता भी नही मिल रही थी।
ऐसे में उनके दो बच्चो को पढ़ाना लिखाना और घर चलाना इन बच्चो की मां के लिए काफी मुस्किल हो गया था। वही दूसरी ओर देवरी प्रखंड के चतरो पंचायत के पुरनीगडियां के होरिल हाजरा की मृत्यु कोरोना काल में हो गई थी परंतु पीछे तीन बच्चे की जिम्मेदारी इनके विधवा पत्नी पर आ गई। घर की माली हालात काफी दयनीय थी। बच्चे की पढ़ाई भी बाधित हो रही थी।
हेल्पिंग कोर्प्स फाउंडेशन के मानवाधिकार व बाल संरक्षण के जिला कॉर्डिनेटर जाकिर अंसारी को इसके जानकारी मिलने पर उन्होंने स्व लाल मोहम्मद के दो बच्चे एवं स्व होरिल साव के तीन बच्चे कुल पांच बच्चो के सम्बंध में उपायुक्त को जानकारी दी।
उपायुक्त ने जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय में आवेदन करने को कहा। जिसके आलोक में बुधवार को दोनो परिवार के सभी पांच बच्चो का स्पॉन्सर के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय में आवेदन करवाया। विभागीय पदाधिकारी ने जल्द ही उन बच्चो को स्पॉन्सर योजना से लाभान्वित करने की बातें कही