गिरिडीह के उग्रवाद प्रभावित इलाकों में नक्सलियों ने की पोस्टरबाजी, लोगों में दहशत

GIRIDIH (गिरिडीह)। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने जिले के कई इलाकों में पोस्टरबाजी कर दहशत फैला दी है। नक्सलियों ने मंगलवार देर रात जिले के कई इलाकों यथा पीरटांड़, मधुबन, हरलाडीह, पालगंज और चिरकी में पोस्टरबाजी की है।

 

 

बुधवार सुबह स्थानीय लोगों ने जब नक्सलियों द्वारा चिपकाये पोस्टर देखे तो सहम गये और मामले की सूचना स्थानीय थाने की पुलिस को दी।

 

पोस्टरबाजी की सूचना मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी पोस्टरों को उखाड़कर जब्त कर लिया है। साथ ही पोस्टरबाजी की जांच भी शुरू कर दी है।

 

 

बता दें कि नक्सलियों ने 22 दिसंबर को भारत बंद आहूत किया है। भारत बंद कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से नक्सलियों ने तीन सप्ताह पूर्व ही नक्सल प्रभावित इलाके में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के नियत से ताबड़तोड़ पोस्टरबाजी की है। बहरहाल नक्सलियों की इस पोस्टबाजी से घनघोर रूप से उग्रवाद प्रभावित जिले के पीरटांड़, हरलाडीह और चिरकी के इलाके के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है।

 

नक्सलियों का सुरक्षित ठिकाना रहा है पीरटांड़

 

गौरतलब है कि गिरिडीह जिले का पीरटांड और पारसनाथ की तराई वाला इलाका नक्सलियों के सुरक्षित ठिकाना रहा है। यहां नक्सलियों की चहल कदमी रहती है। हालांकि पिछले कुछ वर्ष से पुलिस की कार्रवाई और हाल के दिनों में एसपी दीपक के नेतृत्व में नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त किए जाने के बाद नक्सली बैकफुट पर रहे हैं।

नक्सली संगठन के बड़े नेताओं का गढ़ है यह इलाका

बता दें कि पीरटांड प्रखंड भाकपा मावोवादी के बड़े नेता और एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा, अनल ऊर्फ पतिराम मांझी का गृह इलाका है। इस इलाके से सटे हुए क्षेत्र में नक्सली विवेक का भी घर है। जबकि अजय महतो समेत आधा दर्जन से अधिक मोस्ट वांटेड नक्सलियों का भी मकान इसी इलाके में है।

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