◆टनल में फंसे गिरिडीह के दोनों मजदूरों के घर मनी दीवाली, ग्रामीणों ने पटाखे फोड़ किया खुशी का इजहार
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GIRIDIH (गिरिडीह)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा व डंडलगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में बीते 17 दिनों से चले आ रहे रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा। 400 घंटे की जंग के बाद झारखंड के गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखण्ड के दो मजदूरों समेत सभी 15 मजदूर सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए हैं।
बता दें कि उक्त टनल में अन्य मजदूरों के साथ गिरिडीह के सुबोध वर्मा और विश्वजीत वर्मा भी फंसे थे। उनके बाहर निकलने की खबर मंगलवार की शाम जैसे ही उन मजदूरों के परिजनों को मिली तो उनके परिजनों में खुशी की लहर व्याप्त हो गयी है।
पटाखे फोड़ किया खुशी का इजहार
गिरिडीह के बिरनी प्रखंड अंतर्गत सिमराढाब निवासी सुबोध वर्मा और केशोडीह निवासी विश्वजीत के परिजनों खुशी से उछल पड़े। घरवालों की खुशी को देखकर आसपास के ग्रामीण भी काफी खुश दिखे। स्थानीय मुखिया भी सुबोध के घर पहुंच परिजनों को बधाई दिया और केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ साथ उत्तराखंड सरकार के प्रति भी उन्होंने आभार व्यक्त किया। वहीं इस दौरान गांव के लोगों ने इस खुशी में पटाखे फोड़ अपनी खुशी का इजहार किया।
सभी मजदूर सुरक्षित : संयुक्त श्रमायुक्त
उत्तरकाशी में तैनात झारखंड श्रम नियोजन विभाग के संयुक्त श्रमायुक्त सह जमशेदपुर के उपश्रमायुक्त राकेश प्रसाद ने बताया कि सभी मजदूर सुरक्षित निकाल लिए गए हैं। इन मजदूरों को 24 घंटे डॉक्टर की निगरानी में रखा जाएगा। उसके बाद ही मजदूरों को संबंधित राज्यों और बाद में जिले में भेजा जाएगा।
पांच दिनों से तैनात थे झारखण्ड के संयुक्त श्रमायुक्त
पांच दिनों से एकमात्र अकेले ही उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रह कर झारखंड श्रम नियोजन विभाग के संयुक्त श्रमायुक्त सह जमशेदपुर के उपश्रमायुक्त राकेश प्रसाद सुबह से लेकर शाम तक झारखंड के पन्द्रह कर्मवीरों की कुशलता की जानकारी लेकर वहां उपस्थित उनके परिजनों से मुलाकात कर उनका हौसला बनाए हुए हैं। प्रत्येक दिन वहां की वस्तुस्थिति की जानकारी श्रम विभाग के सचिव राकेश शर्मा को दे रहे हैं, जो राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवगत करा रहे हैं और आगे का दिशा-निर्देश प्राप्त कर अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं।
स्वास्थ्य जांच के बाद मजदूर वापस आएंगे घर
सुरंग में फंसे सभी कर्मवीरों को सुरक्षित बाहर निकलने के बाद कर्मवीरों का स्वास्थ्य जांच कर सही सलामत उन्हें कुशलतापूर्वक परिजनों के साथ घर वापस भेज दिया जाएगा।