प्रोजेक्ट जीविका के तहत 50 महिला उद्यमियों का उद्यम पंजीकरण
बोकारो : ईएसएल स्टील लिमिटेड और ईएमपी बिंदी इंटरनेशनल एसोसिएशन के संयुक्त प्रयास से “प्रोजेक्ट जीविका” के तहत महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक आरंभिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बिजुलिया स्थित ईएमपी बिंदी इंटरनेशनल एसोसिएशन कार्यालय में संपन्न हुआ, जिसमें महिला उद्यमियों, सरकारी अधिकारियों और विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सरकारी योजनाओं, विशेषकर एमएसएमई कार्यक्रमों और ऋण सुविधाओं के अवसरों की जानकारी देना और उन्हें औपचारिक वित्तीय प्रणाली से जोड़ना था। इस मौके पर नाबार्ड के डी.डी.एम. फिलमुन बिलुंग, जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) के निदेशक विवेक प्रकाश, डीआईसी जिला समन्वयक किशोर रजक, और बैंक ऑफ इंडिया के लीड जिला प्रबंधक अबिद हुसैन सहित ईएसएल की सीएसआर टीम और प्रोजेक्ट जीविका से जुड़ी महिला उद्यमियों ने भाग लिया।

अधिकारियों ने एमएसएमई पंजीकरण प्रक्रिया, ऋण सुविधाओं और महिलाओं के लिए उपलब्ध विशेष सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी साझा की। ईएसएल सीएसआर टीम ने बताया कि प्रोजेक्ट जीविका के तहत किए जा रहे प्रयास क्षमता निर्माण, बाजार से जुड़ाव और वित्तीय समावेशन पर केंद्रित हैं, जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस आधार मिल रहा है।
कार्यक्रम की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि 50 महिला उद्यमियों का उद्यम (Udyam) के अंतर्गत सफल पंजीकरण किया गया। इससे उन्हें औपचारिक वित्तीय प्रणाली और ऋण सुविधाओं तक सीधी पहुंच प्राप्त हुई। कार्यक्रम के दौरान महिला उद्यमियों ने अपने बनाए उत्पादों जैसे हैंडवॉश, डिशवॉश, बाँस उत्पाद, वस्त्र और फिनाइल का प्रदर्शन किया, जिसे उपस्थित अधिकारियों और अतिथियों ने सराहा।
वित्तीय संस्थानों और सरकारी अधिकारियों ने ईएसएल स्टील लिमिटेड के प्रयासों की सराहना की और महिलाओं की उद्यमशीलता तथा सतत आजीविका को बढ़ावा देने के लिए इस पहल को सराहनीय बताया।
ईएसएल स्टील लिमिटेड की सीएसआर प्रमुख कुणाल दरिपा ने कहा कि “प्रोजेक्ट जीविका के माध्यम से हम आत्मविश्वासी, आत्मनिर्भर और उद्यमशील महिलाओं की नई पीढ़ी को तैयार कर रहे हैं, जो स्थानीय उद्यमिता का भविष्य आकार दे रही हैं। उद्यम पंजीकरण के माध्यम से हमारे लाभार्थियों का औपचारिक वित्तीय जुड़ाव जीविका की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। ईएसएल सतत आजीविका और समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्ध है।”
यह कार्यशाला प्रोजेक्ट जीविका के मिशन को आगे बढ़ाने की दिशा में एक ठोस कदम साबित हुई है। इस पहल का लक्ष्य महिलाओं को कौशल विकास, उद्यम प्रशिक्षण और वित्तीय सशक्तिकरण के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे स्थानीय अर्थव्यवस्था की सक्रिय भागीदार बन सकें।
प्रोजेक्ट जीविका के बारे में:
ईएसएल स्टील लिमिटेड की सीएसआर पहल प्रोजेक्ट जीविका ग्रामीण महिलाओं को आजीविका सृजन, क्षमता निर्माण और उद्यमिता विकास के माध्यम से सशक्त बनाने पर केंद्रित है, जिससे सतत और समावेशी सामुदायिक विकास सुनिश्चित हो सके। यह परियोजना चार वर्षों की अवधि में विभिन्न हस्तक्षेपों के माध्यम से मजबूत की जाएगी, जो लाभार्थियों और उनके परिवारों पर बहु-स्तरीय आजीविका प्रभाव सुनिश्चित करेगी। इसमें वस्त्र, मशरूम उत्पादन, फिनाइल निर्माण, बाँस शिल्प और अन्य हस्तक्षेप शामिल हैं, जिससे मासिक आय में औसतन 30% की वृद्धि सुनिश्चित की जाएगी। यह परियोजना बोकारो जिले के चास और चंदनकियारी प्रखंडों के 27 गांवों में 2,842 महिलाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
