वेदांता ईएसएल के युवा तीरंदाजों ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बिखेरा जलवा

बोकारो ः वेदांता ईएसएल तीरंदाजी अकादमी के युवा तीरंदाजों ने 20 से 30 मार्च 2025 तक गुंटूर, आंध्र प्रदेश में आयोजित प्रतिष्ठित एनटीपीसी चेरुकुरी लेनिन वोल्गा मेमोरियल राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में बड़ी सफलता पाई है। भारत के तीरंदाजी कैलेंडर में सबसे प्रतिष्ठित इस चैंपियनशिप में प्रत्येक श्रेणी में विभिन्न राज्यों के 60 से अधिक प्रतिभागियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
कृतिका और यवना ने अकादमी और झारखंड राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए इस प्रतियोगिता में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। सियालजोरी की 14 वर्षीय कृतिका कुमारी ने अंडर-14, 30 मीटर गर्ल्स टीम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाली कृतिका ने पहले झारखंड का प्रतिनिधित्व किया है और विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंटों में प्रशंसा अर्जित की है। उनके साथ मूनीडीह की 10 वर्षीय यवना यादव भी हैं, जिन्होंने अंडर-10, 15 मीटर ओलंपिक राउंड व्यक्तिगत श्रेणी में रजत पदक जीता है। डीएवी सीबीएसई में कक्षा 4 की छात्रा यवना ने पहले ही राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रभावशाली पदक हासिल कर लिए हैं, जिससे वह तीरंदाजी की दुनिया में एक उभरता सितारा बन गई हैं। उनकी उपलब्धियां अकादमी की जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें आगे बढ़ाने की निरंतर प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं। विश्व स्तरीय प्रशिक्षण, बुनियादी ढांचे, अनुभवी प्रशिक्षकों और समग्र विकास दृष्टिकोण के साथ वेदांता ईएसएल तीरंदाजी अकादमी झारखंड को युवा तीरंदाजी प्रतिभाओं का केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
 
इस उपलब्धि पर सीएसआर प्रमुख ने जताया हर्ष
वेदांता ईएसएल तीरंदाजी अकादमी के तीरंदाजों की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वेदांता ईएसएल के सीएसआर प्रमुख कुणाल दरिपा ने कहा कि हमें राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में कृतिका और यवना के उल्लेखनीय प्रदर्शन पर गर्व है। उनकी जीत न केवल उनकी प्रतिभा और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि हमारे जमीनी स्तर के खेल विकास कार्यक्रम की ताकत को भी दर्शाती है। वेदांता ईएसएल हमेशा खेल के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और हमें विश्वास है कि कृतिका और यवना दोनों झारखंड को गौरवान्वित करेंगी और अनगिनत युवा खेल प्रेमियों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती रहेंगी। उल्लेखनीय है कि सियालजोरी ईएसएल स्टील लिमिटेड प्लांट परिसर के अंदर स्थित अकादमी को झारखंड में तीरंदाजी की अंतर्निहित समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने के लिए ईएसएल स्टील लिमिटेड की सीएसआर पहल के माध्यम से 2020 में लॉन्च किया गया था। यह परियोजना अब एक प्रमुख संस्थान मानी जाती है और ग्रामीण क्षेत्रों से 21 वर्ष की आयु तक के सभी आयु समूहों के 50 तीरंदाजों को मार्गदर्शन, प्रशिक्षण, पोषण, संसाधन और प्रेरणा प्रदान करती है।