डीमर्जर उत्साह में वेदांता का शेयर रिकॉर्ड स्तर पर

बोकारो : वेदांता लिमिटेड का शेयर बुधवार को एनएसई में कारोबार के दौरान ₹599.80 के रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुँच गया। दिन भर के कारोबार में शेयर में करीब 2 प्रतिशत की तेजी रही और यह अपने 52 हफ्तों के उच्च स्तर के आसपास बंद हुआ। पिछले एक महीने में वेदांता के शेयर में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है।

शेयर में इस तेजी की बड़ी वजह कंपनी की डीमर्जर योजना को लेकर बना सकारात्मक माहौल है, जिसे हाल ही में एनसीएलटी से मंजूरी मिली है। इस मंजूरी के बाद वेदांता के शेयर में लगातार छठे कारोबारी सत्र में मजबूती देखी गई।

ब्रोकरेज कंपनियां वेदांता समूह को लेकर सकारात्मक रुख बनाए हुए हैं। एल्यूमिनियम, जिंक और सिल्वर की मजबूत मांग, इनके बढ़ते उपयोग और परिचालन दक्षता में सुधार से कंपनी की विस्तार योजनाओं को समर्थन मिल रहा है, जिसका असर शेयर की चाल में भी दिखाई दे रहा है।

वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने सिल्वर को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आशावाद जताया है। उन्होंने कहा कि इस साल सिल्वर ने शानदार प्रदर्शन किया है। डॉलर के लिहाज से सिल्वर में सालाना आधार पर 125 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है, जबकि गोल्ड ने 63 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। उनका मानना है कि सिल्वर की कहानी अभी शुरुआती दौर में है।

डीमर्जर योजना के तहत वेदांता लिमिटेड को पांच अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में विभाजित किया जाएगा, जिनमें वेदांता एल्युमिनियम, वेदांता ऑयल एंड गैस, वेदांता पावर, वेदांता आयरन एंड स्टील और एक पुनर्गठित वेदांता लिमिटेड शामिल होंगी।

इससे पहले दिसंबर में एसएंडपी ग्लोबल ने वेदांता रिसोर्सेज की रेटिंग आउटलुक को स्टेबल से बढ़ाकर पॉजिटिव कर दिया था और बी+ रेटिंग की पुष्टि की थी। एजेंसी ने बेहतर आय की स्थिति, लागत में कमी और अनुकूल धातु कीमतों को इसके प्रमुख कारण बताया।

ब्लूमबर्ग के अनुसार, वेदांता को कवर करने वाले 14 विश्लेषकों में से 10 ने शेयर पर बाय रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने शेयर के लिए ₹686 का सबसे ऊंचा लक्ष्य मूल्य तय किया है। बीते छह महीनों में वेदांता के शेयर में 33 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई है, जबकि इसी अवधि में निफ्टी में लगभग 5 प्रतिशत और निफ्टी मेटल इंडेक्स में करीब 15 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है।