बोकारो : सिटी थाना क्षेत्र की शिमला कॉलोनी में चाकूबाजी की घटना में गंभीर रूप से घायल 25 वर्षीय जॉर्ज इग्नासियुस बारला की शनिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद इलाके में तनाव फैल गया और मृतक के परिजनों एवं समर्थकों ने आरोपी के घर पर जमकर पथराव किया। मामला इतना बढ़ा कि मॉब लिंचिंग जैसी स्थिति बन गई थी। हालांकि, सिटी इंस्पेक्टर सुदामा दास की तत्परता और पुलिस बल की त्वरित कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।
घटना के बाद उग्र भीड़ को शांत कराया गया और आरोपी ज्वाकिम तिर्की के परिजनों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया, जो जान बचाने के लिए घर में कैद हो गए थे। इलाके में तनाव को देखते हुए शिमला कॉलोनी में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। सुरक्षा बल लगातार इलाके पर नजर बनाए हुए हैं।
बताया गया है कि बीएसएल की जमीन पर बनी अनधिकृत शिमला कॉलोनी में जॉर्ज और आरोपी ज्वाकिम तिर्की के बीच लंबे समय से घर का दरवाजा खोलने जैसे मामूली विषय को लेकर विवाद चल रहा था। इसी कड़ी में 4 जून की रात करीब 9 बजे जब जॉर्ज अपनी ड्यूटी से लौट रहा था, तब आरोपी ने उसकी गर्दन पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिया। गंभीर रूप से घायल जॉर्ज को तत्काल बीजीएच लाया गया और फिर हालत बिगड़ने पर रांची के विग हेल्थ सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
वहीं घटना के तुरंत बाद आरोपी खुद सिटी थाना पहुंचा और उल्टे जॉर्ज पर मारपीट व जानलेवा हमले की प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध करने लगा। मगर इंस्पेक्टर ने उसकी बातों में संदिग्धता देखी और जैसे ही पुलिस ने पूछताछ शुरू की, वह भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस बल ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया।
5 जून को पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्राणघातक हमले का मामला दर्ज किया और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। जॉर्ज की मौत के बाद क्षेत्र में भारी तनाव फैल गया, लेकिन पुलिस की तत्परता से फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। मृतक जॉर्ज अपने परिवार का इकलौता सहारा था। उसकी मौत से बूढ़े माता-पिता, पत्नी, बच्चे और बहन पूरी तरह से बेसहारा हो गए हैं।