◆भौतिकता वादी युग मे कला को जीवित रखने का कला संगम का प्रयास सराहनीय : विधायक
गिरिडीह (GIRIDIH)। स्थानीय सबेरा सिनेमा हॉल में सांस्कृतिक संस्था कला संगम द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 23 वां बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य प्रतियोगिता का शुक्रवार को आगाज हुआ। सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के साथ कला संगम के पदाधिकारियों एवं संरक्षकों ने दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया। मौके पर विधायक ने स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया।
अपने सम्बोधन में विधायक ने कला संगम के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस भौतिकता वादी युग मे कला को जीवित रखने का कला संगम का यह प्रयास काफी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि कला संगम के नेतृत्व में गिरिडीह में कला के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ेगा। गिरिडीह की कला और संस्कृति को सहेजते हुए कला संगम अगले वर्ष और बेहतर कार्यक्रम आयोजित करेगा इसकीं उन्होंने शुभकामनाएं दी। मौके पर विधायक ने गिरिडीह में एक सरकारी कला भवन बनवाने का आश्वासन दिया। कहा कि यदि उनका यह प्रयास किसी कारण से फेल हुआ तो कला भवन के लिये कला संगम को जमीन अवश्य उपलब्ध कराया जायेगा।
कला संगम का यह प्रयास मिल का पत्थर : अमरजीत सिंह सलूजा
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित सलूजा गोल्ड के निदेशक सह जिले के नामचीन उद्योगपति अमरजीत सिंह सलूजा ने कहा कि कला संगम अपने स्थापना काल 1962 से लगातार जिले में कला की अलख जगाती आ रही है। वहीं बीते 23 वर्षों से अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता आयोजित करती आ रही है। जो एक मिल का पत्थर साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम कलाकारों का कुम्भ मेला है। जिसमे देश के विभिन्न प्रांतों से 300 से अधिक कलाकार यह पहुंचे है। उन्होंने कहा कि सभी की एकजुटता से ही कार्यक्रम होता है। संस्कृति और कला जीवित रहती है आगे भी जीवित रहेगी। उन्होंने सदर विधायक से कला संगम के लिये जमीन का टुकड़ा देने की मांग किया। कहा की विधायक जी यदि कहीं जमीन उपलब्ध करा दें तो सभी के सहयोग से कला भवन बनाने का प्रयास करूंगा।
कलाकारों को प्रतिभा दिखाने का मिलता है अवसर : प्रो जयप्रकाश
वहीं पूर्व विधायक प्रो जयप्रकाश वर्मा ने कहा कि गिरिडीह जैसे सुदूर इलाके में अखिल भारतीय प्रतियोगिता का आयोजन काफी सराहनीय कदम है। कहा कि ऐसे आयोजन से स्थानीय कलाकारों को अपने अंदर की प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। उन्होंने भी कलाकारों की समस्या का समाधान को लेकर कहा कि विधायक जी के नेतृत्व में गिरिडीह के कलाकारों को कला भवन अवश्य मिलेगा।
लोगों का मन मोह लेता है कला : राजेन्द्र बगेड़िया
संरक्षक राजेंद्र बगड़िया ने कहा कि कला लोगों को मन मोह लेता है। कलाकारों की कला प्रस्तुति देख लोग मंत्रमुग्ध होते हैं। कलाकार के अंदर ईश्वरीय गुण होता है तभी वह कलकारी कर सकता है।
रंग सम्मान से सम्मानित किये गये उद्योगपति अमरजीत सिंह सलूजा
इस अवसर पर गिरिडीह में कला के क्षेत्र को आगे बढ़ाने में योगदान देने वाले सलूजा गोल्ड के निदेशक सह जिले के नामचीन उद्योगपति अमरजीत सिंह सलूजा एवं पूर्व विधायक प्रो जय प्रकाश वर्मा को रंग सम्मान के रूप में शॉल ओढ़ाकर व शिल्ड देकर सम्मानित किया गया। वहीं विधायक को कला संगम का मोमेंटो भेंट किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कला संगम के अध्यक्ष प्रकाश सहाय ने एवं संचालन सचिव सतीश कुंदन ने किया। संचालन के क्रम में सचिव श्री कुंदन ने कहा कि इन तीन दिनों में इस बार असम, बिहार, बंगाल, उड़ीसा, झारखंड, यूपी, एमपी, पंजाब, दिल्ली से आई टीम द्वारा एक से बढ़कर एक उत्कृष्ट नाटक का मंचन किया जाएगा। वहीं झूमर पीहू कर्मा पीहू भरतनाट्यम जैसे नृत्य भी प्रस्तुत किया जाएगा।
भष्मासुर नृत्य नाटिका समेत कई नृत्य की हुई प्रस्तुति
कला संगम की तीन दिवसीय 23वीं अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय व लोक नृत्य प्रतियोगिता के पहले दिन शुक्रवार को शिवरात्रि का महापर्व रहने के कारण कलाकारों शिव तांडव, भष्मासुर नृत्य नाटिका समेत कला संगम की छात्राओं संस्कृति, आरुषि, अंशिका, अनुष्का, कीर्ति राज, रिया ने नेपाली नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं पहले दिन नाटक भेड़िये, प्याज के छिलके, कैनवास की मौत, प्याज के फूल के अपने प्रदर्शन से दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम में थे मौजूद
तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में उद्घाटन समारोह में कला संगम कबसंरक्षक सतविंदर सिंह सलूजा, अजय सिन्हा मंटू, प्रो. विवेकानंद, अध्यक्ष प्रकाश सहाय, उपाध्यक्ष पंकज ताह, अंजनी सिन्हा, राजीव सिन्हा, सह संयोजक राजेश सिन्हा, सुनील भूषण, कोषाध्यक्ष विनय बक्सी, मुख्य सलाहकार कृष्णा सिन्हा, संगीत प्रमुख ओरित चंद्रा,कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, लोजपा नेता राजकुमार राज मौजूद थे।
वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में रंगकर्मी मदन मंजर्वे, कवींद्र भट्टाचार्य, मनोज कुमार मुन्ना, अंजनी सिन्हा, नीतीश आनंद, रबिश आनंद, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, बिनोद शर्मा का योगदान सराहनीय रहा।