GIRIDIH (गिरिडीह)। जिला बाल संरक्षण ईकाई गिरिडीह कार्यालय में बाल तस्करी को प्रभावी रूप से रोकथाम एवं पूनर्वास कार्यक्रम के तहत जागो फाउण्डेशन का एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न हुआ। कार्यशाला में सीडब्ल्यूसी, जिला समाज कल्याण विभाग, डीसीपीयू एवं चाइल्डलाइन के प्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यशाला को सम्बोधित करते जागो फाउण्डेशन के सचिव बैद्यनाथ ने बताया कि हमारी संस्था पिछले छबीस वर्षों से जिले के विभिन्न प्रखंडों में बाल संरक्षण के दिशा में जन जागरूकता का काम कर रही है। बताया कि टीडीएच फाउण्डेशन कोलकाता के आर्थिक सहयोग से बाल विवाह, बाल मजदूरी, बाल व्यापार रोकथाम एवं जेन्डर को लेकर पिछले तीन सालों से पीरटांड़ प्रखंड के पांच पंचायतों में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों का सामाधान के लिए बच्चों के हीत में काम कर रहे सरकारी विभागों एवं अन्य संस्थाओं का सहयोग आवश्यक है।
मौके पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतु कुमार ने कहा कि बाल विवाह, बाल मजदूरी जैसी ज्वलंत समस्याओं का मुख्य कारण छीजन है। इसके सामाधान के लिए बच्चों को विद्यालय से जोड़े रखना आवश्यक है। उन्होंने संस्था को सहयोग करने हेतु हमेशा तत्पर रहने की बातें कही।
कार्यशाला को सीडब्ल्यूसी की सदस्य सुनीता प्रसाद, नीतु गुप्ता, डीसीपीयू के कामेश्वर कुमार, नीलम कुमारी ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये। जागो फाउण्डेशन के राजू महतो के धन्यवाद ज्ञापन पश्चात कार्यशाला का समापन किया गया।