◆गठबंधन नेताओं ने कहा कि 142 सांसदों का निलंबन लोकतंत्रितक इतिहास में पहली घटना
GIRIDIH (गिरिडीह)। 142 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आइएनडीआइए गठबंधन की एक बैठक गुरुवार को नया परिसदन भवन में झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के अलावे कांग्रेस, राजद, आम आदमी पार्टी, जदयू, भाकपा माले के सभी अगुआ नेता शामिल होकर केंद्र की मोदी सरकार को इसके लिये जमकर कोसा। गठबंधन के सभी सहयोगी दलों के नेताओं ने केंद्र सरकार से यह जानना चाहा कि आखिर एक साथ 142 सांसदों का निलंबन क्यों किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुये झामुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर संसद सदस्यों का निलंबन किया गया है। ऐसा आचरण लोकतंत्र के लिए घातक है। कहा कि जनता ने सांसदों को अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए चुनकर भेजी है। लेकिन की सरकार अधिकारों का हनन कर रही है।
वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण मुरारी शर्मा ने कहा कि कर्नाटक के भाजपा सांसद प्रताप सिंहा की सिफारिश पर संसद में हरकत करने वाले संसद के अंदर गये। वह संसद के अंदर है। लेकिन जिन्होंने संसद की सुरक्षा पर सवाल उठाया उन्हें निलंबन का दंस झेलना पड़ रहा है। यह सरासर अधिकारों का दुरुपयोग और लोकतंत्र की हत्या है।
जबकि भाकपा माले के राजेश सिंहा ने कहा कि भाजपा नैतिकता के नाम पर नौटंकी कर रही है। केंद्र में हुई तो चुप वहीं विधानसभा की कार्यवाही पर बवाल कर रहे हैं। सारे जांच एजेंसियां भारत सरकार के हैं। धीरज साहू मामले में जांच एजेंसी काम कर रही है, तो भाजपा नौटंकी क्यों हो रही है।
राष्ट्रीय जनता दल जिलाध्यक्ष नाथेश्वर ठाकुर ने कहा कि आज केजरीवाल, 22 को तेजस्वी यादव और 27 को लालु यादव को ईडी से बुलावा आया है। केंद्र सरकार की मनसा विपक्ष को खत्म कर देने की है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि नादिरशाही सरकार का पतन खुद की करणी से हुई थी। मोदी सरकार भी उसी राह पर है।
बैठक में जदयू जिलाध्यक्ष त्रिभुवन दयाल, शाहनवाज अंसारी, अभय सिंह, अजीत कुमार, कांग्रेस पार्टी के अशोक विश्वकर्मा, मदन विश्वकर्मा सहित गठबंधन दलों के नेता कार्यकर्ता मौजूद थे।
सांसदों के निलंबन के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुक्रवार को
वहीं बैठक के दौरान इतने बड़े पैमाने पर सांसदों के निलंबन के खिलाफ आइएनडीआइए गठबंधन में शामिल दलों का शुक्रवार को अंबेडकर चौक पर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। जिसकी सफलता को लेकर बैठक में गहन विचार विमर्श की गई।