विजय दिवस पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में आयोजित हुआ सैनिक सम्मान समारोह

◆विद्यालय के पूर्व छात्र सह सेवानिवृत सैनिक विद्या भूषण सिंह को अंग-वस्त्र और पुष्प गुच्छ भेंट कर किया गया सम्मानित

 

GIRIDIH (गिरिडीह)। विजय दिवस पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शनिवार को सैनिक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर स्कूली बच्चों एवं विद्यालय परिवार ने 16 दिसंबर,1971 के ऐतिहासिक विजय के नायक रहे भारतीय वीर जवानों को नमन किया।

 

मौके पर प्रभारी प्रधानाचार्य राजीव सिन्हा ने विद्यालय के पूर्व छात्र एवं सेवानिवृत सैनिक विद्या भूषण सिंह को अंग-वस्त्र और पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। राजीव सिन्हा ने कहा कि 16दिसंबर, 1971 को 13 दिनों तक युद्ध के बाद पाकिस्तान पर भारत ने जीत हासिल कर पूर्वी पाकिस्तान अर्थात बांग्लादेश को आजाद कर दिया।

पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल नियाजी ने 93000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना प्रमुख मानिक शा और बांग्लादेश की मुक्ति वाहिनी की संयुक्त सेना के समक्ष समर्पण कर दिया।

 

कार्यक्रम में उपस्थित स्कूली बच्चे

वहीं विद्यालय के पूर्व छात्र एवं सेवानिवृत सैनिक विद्या भूषण ने कहा कि सैनिक का अर्थ सिर्फ युद्ध करना ही नहीं होता वरन् देश सेवा भी एक लक्ष्य होता है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पाकिस्तानी सेना द्वारा समर्पण का यह अब तक सबसे बड़ा सैनिक समर्पण है।

कहा कि बच्चे बचपन में जो सोचते हैं उसे अपना लक्ष्य मानकर मूर्त्त रूप देने की पूरी कोशिश करते हैं। इस विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ राष्ट्रभक्ति और राष्ट्र सेवा का भाव बच्चों में भरा जाता है। यह हर्ष का विषय है। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रदीप सिन्हा, राजेंद्र लाल बरनवालल एवं समस्त आचार्य दीदी का योगदान रहा।

Advertisement
Advertisement

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *