काजीमगहा के मुस्लिमों ने पेश की साम्प्रदायिक सद्भाव की मिशाल

◆हिदू पड़ोसी की मौत पर उनके अर्थी को कंधा दे श्मशान घाट पहुंचाया

GIRIDIH (गिरिडीह। ज़िले के जमुआ प्रखण्ड के काजीमगहा गांव के मुस्लिमों ने अपने हिंदू पड़ोसी की मौत के बाद उसके अर्थी को कंधा देकर स्मशान घाट तक पहुंचाया। इतना ही नहीं सनातन धर्म के अनुसार शव यात्रा के दौरान ” राम नाम सत्य है..” का उदघोष भी किया और हिन्दू रीतिरिवाज से उनका अंतिम संस्कार भी कराया।

 

गौरतलब है कि गिरिडीह जिले में इस तरह की सांप्रदायिक सद्भाव की कई घटनाएं पूर्व में भी देखने और सुनने को मिलती रही है। उसी कड़ी में यह मामला सामने आया हैं।

जिले के जमुआ प्रखण्ड के काजीमगहा गाँव निवासी 90 वर्षीय जागो रविदास की बुधवार को मौत हो गयी। मृतक जागो रविदास का कोई औलाद नही है। इस बात की खबर मिलते ही गाँव के मुस्लिम युवकों ने उनके अंतिम संस्कार की तैयारी में आगे बढ़ कर जुट गए।

 

कोई अर्थी सजाने की तैयारियों में जुट गया तो कोई बांस काट अर्थी तैयार कर उसे फूलों से सजाने में जुटे थे। जब सारी प्रक्रिया पूरी हुई उसके बाद चार युवकों ने मृतक के अर्थी को कंधे पर उठा उन्हें समशान घाट पहुंचाया। जहां हिंदू रीति रिवाज के साथ उनका दाह संस्कार किया गया।

 

मृतक जागो रविदास के अंतिम शव यात्रा में मुख्य रूप से मोहम्मद इनामुल हक, जमीरउद्दीन खान, नजमुल हक, असगर अली, मुखिया अबूजर नोमानी, उप मुखिया शमशाद अंसारी, समाजसेवी महताब आलम, माफीक अली, असफाक खान सहित कई लोग शामिल थे।

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