RANCHI (रांची)। अब झारखंड के रसोई गैस उपभोक्ताओं को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य होगा. यदि गैस उपभोक्ता ई-केवाईसी नहीं करायेंगे तो वैसे उपभोक्ताओं को केंद्र सरकार द्वारा रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी मिलना भी बंद हो जायेगा.
गैस एजेंसी में शुरू हुई ई-केवाईसी की प्रक्रिया:
गैस एजेंसी में इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. ई-केवाईसी कराने के लिए गैस उपभोक्ताओं को वेंडरों ने जानकारी देना शुरू कर दिया है. साथ ही जो भी उपभोक्ता गैस एजेंसी पहुंच रहे हैं, उन्हें ई-केवाईसी कराने को कहा जा रहा है.
ई-केवाईसी के लिये इन कागजातों की पड़ेगी जरूरत :
ई-केवाईसी कराने के लिए ग्राहकों के पास आधार नंबर, एलपीजी आइडी या गैस कनेक्शन में निबंधित मोबाइल नंबर में से कोई एक चीज होना चाहिए. तभी आपका ई-केवाईसी पूरा हो पायेगा. इन तीनों में कोई एक जानकारी भरने के बाद आपकी पूरी जानकारी जैसे नाम, लिंग, जन्मतिथि, आधार नंबर और आवासीय पता दिखने लगेगा. यह जानकारी भरने के बाद फिंगर प्रिंट, फेस रेकॉग्निशन या मोबाइल नंबर ओटीपी से ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी होगी.
झारखंड में 62.86 लाख गैस उपभोक्ता
ज्ञात हो कि इंडेन, एचपी और भारत गैस को मिला कर झारखंड में कुल गैस उपभोक्ताओं की संख्या 62.86 लाख है. इसमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के ग्राहकों की संख्या 36.46 लाख है. जबकि, सामान्य गैस उपभोक्ताओं की संख्या 26.39 लाख है.