चाईबासा के मंगलाहाट में लगी भीषण आग, 8-10 दुकानें खाक

CHAIBASA (चाईबासा)। शहर के मंगला हाट में सोमवार देर रात भीषण आग लगने से 8 से 10 दुकानें जलकर पूरी तरह से खाक हो गईं, जिससे अनुमानित 8 से 10 लाख रुपए का नुकसान बताया जा रहा है।

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रात लगभग 12 बजे अचानक मंगला हाट के फल दुकान में आग की लपटें दिखानी शुरू हुईं। इसके बाद धीरे-धीरे आग ने चप्पल, कपड़ा समेत अन्य दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। अगलगी की इस घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने आग बुझाने का प्रयास शुरू किया लेकिन आग ने भीषण रूप धारण कर लिया।

 

 

अग्निशमन विभाग की टीम ने पाया काबू

 

आग की लपटों के विकराल रूप धारण कर लेने पर स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना सदर थाना और अग्निशमन विभाग को दी। रात लगभग 12.30 बजे अग्निशमन विभाग की गाड़ी पहुंचकर लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लोगों ने बताया कि समय से आग पर काबू नहीं पाया जाता, तो लगभग 15 से 20 दुकानें उसकी चपेट में आ जाती।

 

शॉर्ट सर्किट से लगी आग

 

इस संबंध में चप्पल दुकानदार वसीम बारिक ने बताया कि रात लगभग 12 बजे काॅल आया कि आपके दुकान के पास आग लगी हुई है। जैसे-तैसे दौड़ कर पहुंचे तो देखा कि पीछे के फल की दुकान में आग तेज लपटों के साथ ऊपर उठ रही हैं। बताया कि जब अपने दुकान का शटर खोले तो उसके अंदर तक आग पहुंच चुकी थी और सभी सामान जलकर खाक हो चुका था। तत्काल इसकी जानकारी अग्निशमन विभाग को दी। अग्निशमन विभाग भी 10 से 15 मिनट के अंदर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। उन्होंने आग लगने का कारण शार्ट सर्किट होना बताया।

 

आठ से दस लाख का हुआ नुकसान

 

8 से 10 दुकानों में अनुमानित 8 से 10 लाख रुपए का सामान जलकर पूरी तरह खाक हो गया है। गनीमत रही कि समय पर लोगों को जानकारी मिल गई नहीं, तो मंगला हाट में एक लाइन पर 20-25 दुकान उसकी चपेट में आ जाते, तो उसका नुकसान काफी बड़ा होता। उन्होंने कहा कि मंगला हाट में तीन-चार साल के अंदर यह तीसरी आग की घटना है, जिसके कारण दुकानदारों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। लगातार दुकानों में आग लगने की घटनाएं हो रही हैं।

 

पक्का दुकान होता तो नुकसान होता कम

 

नगर परिषद को चाहिए कि सेड वाले दुकान हटाकर पक्का दुकान बनाकर दिया जाए। जिससे दुकानदार अपने दुकान को सुरक्षित रख सके। मंगला हाट में सभी दुकान एक-दूसरे से सटे हुए हैं। कोई प्लास्टिक, कोई टीना आदि घेर कर अपने दुकान को समेटे हुए है। अगर सभी दुकान को हटाकर वहां पक्का दुकान तैयार कर दिया जाए तो कभी भविष्य में आग लगने की घटना भी होगी तो नुकसान काफी कम होगा।

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