◆मामला बगोदर में बिजली पोल पर हुई बिजली मिस्त्री के दर्दनाक मौत की
◆मृतक के आश्रित को तत्काल दिया गया 3 लाख का चेक, तब उठी लाश
GIRIDIH (गिरिडीह)। जिले के बगोदर थाना क्षेत्र में बिजली करंट की चपेट में आने से बिजली मिस्त्री की हुई मौत मामले में पूर्व विधायक नागेंद्र महतो के प्रयास से पीड़ित परिवार को मुआवजा मिला। विभाग ने परिवार को 5 लाख नगद और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन दिया। वहीं तत्काल पीड़ित परिवार को तीन लाख का चेक प्रदान किया गया।
क्या है मामला
बता दें कि बगोदर प्रखंड के मंढला निवासी विजय महतो के पुत्र बिजली मिस्त्री मुकेश महतो की बुधवार की शाम बगोदर नीचे बाजार स्थित दुर्गा मण्डप के समीप बिजली पोल पर कार्य के दौरान करंट की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई थी। यधपि वह पावर हाउस से शॉट डाउन लेकर पोल पर चढ़ा था। लेकिन किसी ने लाइन चालू कर दिया था और उसकी बिजली के नंगे तारों में उलझ कर दर्दनाक मौत हो गयी थी। मृतक बिजली मिस्त्री मुकेश महतो बिजली विभाग में कैजुअल पर नौकरी करता था। वह विभाग का स्थायी कर्मी नहीं था।
मुआवजा की मांग पर अड़े लोग
घटना के बाद घटना स्थल पर बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। पूर्व विधायक नागेंद्र महतो, प्रमुख आशा राज, उप प्रमुख हरेंद्र सिंह समेत कई अन्य जनप्रतिनिधि भी घटना स्थल पर पहुंच घटना को विभागीय लापरवाही का नतीजा बताया था। और, विभाग के अधिकारियों से मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग किया।
बनी सहमति तब उठी लाश
घटना की सूचना पाकर मौके पर बगोदर पुलिस भी पहुंची। लेकिन लोग लाश को उठाने नहीं दिया। बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो घटना स्थल पर पांच घंटे तक डंटे रहे। बिजली विभाग के पदाधिकारीयों को बुलाकर उन्होंने वार्ता किया। जिसमे मृतक के परिवार को 5 लाख मुआवजा और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात पर सहमति बनी। वहीं विभागीय पदाधिकिरियों ने तत्काल पीड़ित परिवार के आश्रित को 3 लाख का चेक दिया और बाकी 2 लाख कुछ दिनों के बाद देने की बातें कही।
दोषियों पर हो कार्रवाई : पूर्व विधायक
वहीं पूर्व विधायक ने इस मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की भी मांग की। साध ही विभाग के सभी जर्जर तारों को अविलम्ब बदलने को भी कहा। ताकि ऐसी किसी घटना की क्षेत्र में पुनरावृत्ति न हो। बाद में पुलिस ने शव को अपनी अभिरक्षा में ले लिया और थाने ले गयी। वहीं गुरुवार सुबह मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया।