GIRIDIH (गिरिडीह)। हर पर्व त्योहार की तरह जिउतिया जीवित्पुत्रिका पर्व में भी संशय की स्थिति बन गयी है। लेकिन सारे संशय को दरकिनार कर शास्त्रों में निहित बातें और लोकाचार को ध्यान में रख ही हर पर्व त्योहार मनाया जाता रहा हैं।
इसलिये इस जिउतिया पर्व में भी सारे संशय को मिटाते हुए पर्व के लिये –
संजत अर्थात जिसे इस पर्व के लिये नहाय खाय भी कहा जाता है वह गुरुवार 5 अक्टूबर को होना है।
6 अक्टूबर 2023 दिन शुक्रवार को जीवितपुत्रीका व्रत का उपवास होगा।
जबकि पारण शनिवार 7 अक्टूबर 2023 सुबह 10: 15 बजे के बाद होगा।
लोकाचार यह है कि तीज और जिउतिया पर्व पर व्रती सरगही करती हैं। इन दोनों ही पर्वों में सरगही की अनिवार्यता रहती है। सरगही निर्जला उपवास के दिन सूर्योदय के पूर्व किया जाता है।
यदि शुक्रवार को उपवास होगा तभी गुरुवार रात्रि के बाद होने वाले शुक्रवार के अहले सुबह सप्तमी तिथि रहने पर सरगही सम्भव है।
लेकिन जो व्रती शनिवार को उपवास करेंगी उन्हें सरगही करना वर्जित हो जाएगा। क्योंकि शुक्रवार को ही अष्टमी तिथि का प्रवेश हो रहा है जो शनिवार 10: 15 मिनट तक रहेगा। ऐसे में उपवास के अहले सुबह अष्टमी तिथि होने के कारण व्रती सरगही नहीं कर सकेंगी।