सभी धर्मों के लोगो का आस्था का केंद्र है हिरणपुर का प्रसिद्ध देवस्थल बाबा लंगटा मसान

◆आजादी के अमृत महोत्सव काल मे भी खेतों के पगडंडियों से होकर यहां पहुंचते हैं श्रद्धालु
बाबा लंगटा मसान देव स्थल

हिरणपुर (PAKUR ) :  पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड मुख्यालय से महज दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है बाबा लंगटा मसान स्थान। यह लोगो के आस्था व विश्वास का महत्वपूर्ण केंद्र है। हर मंगलवार और शनिवार को यहां लोगों की भीड़ जुटती है। यहां की खास बात यह है कि यहां हिंदू ही नही, सभी धर्मों के लोग मत्था टेकने पंहुचते है और मन्नत मांगते है। मन्नते पूरा होने पर लोग चढ़ावा भी चढ़ाने आते है। इसमें झारखंड ही नही अपितु बंगाल और बिहार के भी श्रद्धालु शामिल होते है।

300 वर्षों से हो रही यहां पूजा-अर्चना

 

प्रखंड के रानीपुर के निकट खेतो के बीच चंडीपुर बेचिरागी मौजा स्थित इस देव थान में धूमधाम से पूजा -अर्चना होती है। बड़े बट वृक्ष के नीचे इस देव स्थान में करीब 300 वर्षों से पूजा हो रही है। यहां मन्नत पूर्ण होने पर श्रद्धालु पाठा की बलि देते है। वर्षो पूर्व इस देवस्थल पर महिलाओं के प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी थी। परंतु ग्रामीणों में जागरूकता आने के बाद यह पाबंदी हटी। पिछले चार-पांच वर्षों से महिलाएं भी यहां दर्शन व पूजन को आती है।

गांव उजड़ा तब से होने लगी पूजा-अर्चना

 

लंगटा मसान पूजा समिति के कैलाश प्रसाद सिंह व जयंत मंडल बताते है कि करीब 300 वर्ष पूर्व इस स्थल पर चंडीपुर गांव बसा था। गांव में एक ठाकुरडीह तालाब भी है। लेकिन किसी कारण से चंडीपुर गांव के लोग निकट के रानीपुर, लेटबाड़ी आदि गांव में बस गए। तब से गांव उजड़ गया। उसी समय से इस स्थल पर लंगटा बाबा की पूजा अर्चना हो रही है।

यहां होती है सबों की मन्नते पूरी

 

पुजारी ने बताया कि इस देवस्थल पर लोग आकर मन्नतें मांगते है। मनोकामना पूर्ण होने पर पाठा की बलि देते है। वहीं समिति सदस्य जयंत मंडल ने बताया कि इस देवस्थान तक पहुंचने के लिए अभी तक सड़क नही बन पाई है। नहर से करीब 500 मीटर तक श्रद्धालु को खेतों की पगडंडी से होकर जाना पड़ता है। यधपि अब इस देवस्थल पर रोजाना पूजा -अर्चना होती है। मंगलवार और शनिवार को वृहत पूजा अर्चना की जाती है। आजादी के अमृत महोत्सव काल मे भी इस देव स्थल तक पहुंचने को पहुंच पथ नहीं बन पाया है।

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