GIRIDIH (गिरिडीह)। झारखण्ड में करमा त्यौहार का सांस्कृतिक महत्ता है. हर गाँव में अखरा सजता है जिसमे गाँव की किशोरियाँ पारम्परिक धुन में सामूहिक नृत्य करती हैँ. इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं, किशोरियाँ, बच्चियां इकट्ठा होती है. बनवासी विकास आश्रम ने इस मौक़े पर बाल विवाह जागरूकता अभियान चलाया.
गिरिडीह जिले के बिभिन्न प्रखंडो कई अखारों में किशोरियों ने बाल विवाह के खिलाफ शपथ लिया. बेंगाबाद प्रखंड के कुसमा टांड, बरासोली, गिरिडीह सदर प्रखंड के बुढ़ियाडीह, बगोदर प्रखंड के अटका, जिरवा टांड इत्यादि गाँव के अखारों में किशोरियों को बाल विवाह से बचने का सलाह दिया गया. साथ ही अपने आस पास, रिस्तेदार, दोस्त को भी सावधान करने हेतु प्रेरित किया गया.
वनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश शक्ति ने बताया कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन तथा बनवासी विकास आश्रम द्वारा गिरिडीह जिला को बाल विवाह मुक्त जिला बनाने हेतु सघन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.इसी कड़ी में कर्मा पर्व पर करमैतीयों ने लिया बाल विवाह के खिलाफ शपथ।