◆धर्म या संस्कार के पर आघात करने वालों के विरुद्ध किया कार्रवाई की मांग
GIRIDIH (गिरिडीह)। अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद व राष्ट्रीय बजरंग दल का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को कार्मेल स्कूल के प्रिंसिपल से मुलाकात किया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद व राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रतिनिधियों ने स्कूल के प्रधानाध्यापक एवं प्रबंधक के नाम एक ज्ञापन स्कूल की प्रिंसिपल को सौंपा। जिसमे स्कूल की ओर से लगातार सनातन धर्म की भावनाओं को आहत करने वाली प्राप्त हो रही सूचनाओं की सत्यता की निष्पक्ष जांच की मांग किया है।
प्रिंसिपल को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि विगत कुछ दिनों से आपके विद्यालय में अनेक प्रकार की सनातन धर्म पर आघात करने वाली गतिविधियों होने की सूचना संगठन को मिली है। जिससे सनातन समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है। हिन्दू धर्म के शिक्षार्थियों के तिलक एवं मौली को हटाने का मामला हो या एक खास धर्म के बच्चे द्वारा अपने सहपाठी सनातन धर्म का शिक्षार्थी को धोखे से बीफ खिलाने की बात हो।
कहा कि विद्यालय को मन्दिर रूपी पवित्र स्थान का दर्जा हमारे देश दिया गया है। भारत धर्मनिरपेक्ष देश है, यहां सभी धर्म के लोग अपने धर्म का पालन हर स्तर पर कर सकते है। लेकिन स्कूल में अध्ययनरत छोटे बच्चों पर सनातन विरोधी कार्य के सहारे मानसिक रूप से आघात करना सीधा सीधा मौलिक अधिकार पर चोट करना है। ज्ञापन में स्पस्ट कहा गया है कि विद्यालय का काम बच्चों को शिक्षा देना है, न कि उसके धर्म या संस्कार के ऊपर आघात करना।
ज्ञापन में यह भी कहा गया हैं कि अंतराष्ट्रीय हिन्दू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल अपने धर्म के प्रति सजग और जागरूक है। साथ ही सनातन समाज का प्रतिनिधित्व करने की हैसियत से धर्म के विरोध में हो रही किसी भी घटनाओं पर कानून के दायरे में रह कर हर कदम उठाने को तैयार भी है। कहा है कि अगर धर्म या संस्कार के ऊपर आघात जैसे घृणित कार्य आपके विद्यालय में हुए है तो उसका निष्पक्ष जांच करें, और दोषी पर तत्काल करवाई करते हुए उसे विद्यालय से निलंबित पूरे समाज को इससे अवगत कराएं।
प्रतिनिधि मंडल में अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के विभाग अध्यक्ष रविशंकर पांडेय, जिलाध्यक्ष रितेश पांडेय, जिला मंत्री सीताराम हिंदू, मंत्री कुंदन केसरी, मीडिया प्रभारी राहुल गुप्ता, मुन्ना सिंह, विक्रम शर्मा आदि शामिल थे। मौके पर स्कूल की प्रिंसिपल ने प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों को आश्वस्त किया कि ऐसी कोई भी बात स्कूल में घटित नहीं हुई है। यदि भविष्य में हुई तो निश्चित कार्रवाई की जाएगी।